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टाइफाइड बार-बार क्यों होता है कारण और इलाज

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टाइफाइड बार-बार क्यों होता है -टाइफाइड, जिसे आंत्र ज्वर (Enteric Fever) भी कहा जाता है, साल्मोनेला टाइफी (Salmonella Typhi) बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होने वाली एक गंभीर बीमारी है। यह मुख्य रूप से दूषित पानी और भोजन के सेवन से फैलता है। यदि इसका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी दोबारा भी हो सकती है और कई जटिलताएँ पैदा कर सकती है।

टाइफाइड बार-बार क्यों होता है? (Typhoid Bar Bar Kyu Hota Hai)

कई लोगों को टाइफाइड का संक्रमण ठीक होने के कुछ समय बाद फिर से हो जाता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:

1. अधूरा इलाज (Incomplete Treatment)

जब टाइफाइड के लिए दी गई एंटीबायोटिक्स को पूरी तरह से नहीं लिया जाता या मरीज को थोड़ा ठीक महसूस होते ही कोर्स को बीच में ही रोक दिया जाता है, तो बैक्टीरिया पूरी तरह खत्म नहीं होते। वे शरीर में निष्क्रिय रूप में छुपे रहते हैं और कुछ समय बाद फिर से सक्रिय होकर संक्रमण फैला सकते हैं। यही वजह है कि डॉक्टर हमेशा टाइफाइड के पूरे एंटीबायोटिक कोर्स को खत्म करने की सलाह देते हैं।

2. कमजोर प्रतिरोधक क्षमता (Weak Immunity)

हमारा इम्यून सिस्टम बीमारियों से लड़ने का काम करता है। लेकिन यदि किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, तो उसके शरीर में टाइफाइड के बैक्टीरिया बार-बार हमला कर सकते हैं। कमजोर इम्यूनिटी के कारण टाइफाइड बार-बार हो सकता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के कुछ कारण हो सकते हैं:

  • पोषण की कमी (कम विटामिन और मिनरल्स)
  • पुरानी बीमारियाँ जैसे डायबिटीज
  • अधिक दवाइयों का सेवन
  • अधिक तनाव और थकान
  • नींद की कमी
  • शारीरिक कमजोरी और अनियमित दिनचर्या

3. दूषित पानी और भोजन (Contaminated Water & Food)

अगर कोई व्यक्ति पहले टाइफाइड से ग्रस्त हुआ है और उसके बाद भी वह अशुद्ध पानी या संक्रमित भोजन का सेवन करता है, तो उसे दोबारा संक्रमण हो सकता है। यह बीमारी अक्सर गंदे पानी और सड़क किनारे खुले में बेचे जाने वाले खाने से फैलती है। टाइफाइड का मुख्य कारण साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया है, जो दूषित जल और खाद्य पदार्थों के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। यह बैक्टीरिया संक्रमित व्यक्ति के मल या मूत्र के संपर्क में आने से भी फैल सकता है।

4. हाइजीन की कमी (Lack of Hygiene)

स्वच्छता की कमी भी टाइफाइड के बार-बार होने का एक बड़ा कारण है। जब लोग खाने से पहले हाथ नहीं धोते, गंदे पानी का उपयोग करते हैं या संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आते हैं, तो इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। साफ-सफाई का ध्यान न रखना टाइफाइड के दोबारा होने की संभावना को बढ़ा देता है। इसके अलावा, संक्रमित बर्तन, गंदे टॉयलेट और बिना धुले फल-सब्जियों के सेवन से भी टाइफाइड हो सकता है।

5. क्रॉनिक कैरियर स्टेट (Chronic Carrier State)

कुछ लोगों के शरीर में साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया लंबे समय तक रह सकते हैं, जिससे वे बार-बार टाइफाइड की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे लोग बीमारी के कोई लक्षण नहीं दिखाते लेकिन वे दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं।

टाइफाइड में खांसी क्यों आती है? (Typhoid Mein Khansi Kyon Aati Hai)

टाइफाइड में खांसी आना एक आम लक्षण हो सकता है, क्योंकि यह संक्रमण पूरे शरीर को प्रभावित करता है। इसके पीछे मुख्य कारण हैं:

  • शरीर में संक्रमण का फैलाव, जो गले और फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है।
  • टाइफाइड के दौरान गले में जलन और सूजन हो सकती है, जिससे सूखी खांसी हो सकती है।
  • कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण अन्य श्वसन संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • लंबे समय तक बुखार रहने के कारण शरीर में कमजोरी आती है, जिससे फेफड़ों पर असर पड़ सकता है।

टाइफाइड कितने दिन तक रहता है? (Typhoid Kitne Din Tak Rehta Hai)

टाइफाइड का सामान्य रूप से इलाज होने में 7 से 14 दिन का समय लग सकता है। हालांकि, यदि संक्रमण गंभीर हो जाए या सही इलाज न मिले, तो यह 3 से 4 सप्ताह तक भी रह सकता है। सही देखभाल और दवाइयों के साथ यह तेजी से ठीक हो सकता है। कुछ मामलों में, यदि संक्रमण अधिक गंभीर हो, तो रिकवरी में 1 से 2 महीने भी लग सकते हैं।

बार-बार टाइफाइड होने के कारण (Baar Baar Typhoid Hone Ke Karan)

  • गंदे पानी और दूषित भोजन का सेवन।
  • पहले से ठीक से इलाज न किया गया टाइफाइड संक्रमण।
  • टाइफाइड बैक्टीरिया का शरीर में छुपा रहना।
  • कमजोर प्रतिरोधक क्षमता।
  • अस्वच्छ जीवनशैली और खराब सैनिटेशन।
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना।
  • शरीर में पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडी का न बनना।

टाइफाइड से बचने के उपाय (Prevention Tips for Typhoid in Hindi)

  1. साफ पानी का सेवन करें: हमेशा उबला या फ़िल्टर किया हुआ पानी पिएं।
  2. हाथों की सफाई का ध्यान रखें: खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ धोना न भूलें।
  3. सड़क किनारे खुले खाद्य पदार्थों से बचें: दूषित भोजन से बचने के लिए घर का ताजा खाना खाएं।
  4. सही तरीके से टाइफाइड का इलाज कराएं: डॉक्टर द्वारा दिए गए एंटीबायोटिक्स को पूरा लें और कोर्स अधूरा न छोड़ें।
  5. इम्यूनिटी को मजबूत करें: पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम करें।
  6. टाइफाइड वैक्सीन लगवाएं: इससे दोबारा संक्रमण का खतरा कम होता है।
  7. खाने-पीने के बर्तनों को ठीक से साफ करें: संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए बर्तनों को अच्छे से धोएं।
  8. शौचालय और आसपास की स्वच्छता बनाए रखें।

बार-बार टाइफाइड से बचने के लिए क्या करें? (How to Avoid Recurrent Typhoid?)

  • डॉक्टर द्वारा दिए गए दवाइयों का पूरा कोर्स लें।
  • खाने-पीने की चीजों की सफाई पर विशेष ध्यान दें।
  • नियमित रूप से हाथ धोएं, खासकर खाने से पहले और टॉयलेट के बाद।
  • अगर आप बार-बार टाइफाइड से ग्रसित हो रहे हैं, तो किसी अच्छे डॉक्टर से मिलकर जाँच कराएँ।
  • उचित आहार और हाइड्रेशन बनाए रखें ताकि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके।

निष्कर्ष (Conclusion)

अगर आपको टाइफाइड बार-बार क्यों होता है, इसका कारण समझना और सही रोकथाम अपनाना बेहद जरूरी है। दूषित भोजन और पानी का सेवन, कमजोर इम्यूनिटी और अधूरा इलाज इसके प्रमुख कारणों में से एक हैं। सही सावधानियों को अपनाकर और टाइफाइड के लक्षणों को जल्दी पहचानकर आप इस बीमारी से बच सकते हैं। यदि आपको टाइफाइड के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सही इलाज लें।

अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और टाइफाइड से बचाव के लिए स्वच्छता और सही खानपान अपनाएं!

यदि आपको टाइफाइड के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सही इलाज लें।

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